अयोध्या में भगवान श्रीराम के आगमन के शुभ अवसर पर सदाशिव  जोशी (श्रीराम जिम परिवार) खजराना के द्बारा खलघाट माँ नर्मदा घाट तपोभूमि प्राचीन श्री राम मंदिर पर श्रीराम कथा का आयोजन 22 से 28 जनवरी 24 तक किया गया।श्रीराम आज भी हमारे दिलों पर राज करते है ,पिता की आज्ञा,महल का त्याग, वन में जीवन यापन, आचरण में सरलता,मर्यादा का पालन,आज भी श्रीराम को आदर्श बनाते हैं।यह उदगार मर्मज्ञ किष्किंधा घाम के प्रख्यात आर्चाय  लखनदास महाराज ने खलघाट माँ नर्मदा घाट तपोभूमि प्रांगण पर कथा के दौरान व्यक्त किये। उन्हौने कहा कि श्रीराम दया,मर्यादा, और शीतलता के महासागर हे।सांसारिक लोगों को श्रीराम ने मर्यादा का पाठ पढाया है.वह अद्भुत है।

परम पूज्य संत 1008    बलकदास महाराज ने बताया कि प्रतिदिन श्रीराम कथा दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक चली ।व्यासपीठ का पूजन आयोजन समिति के प्रमुख  सदाशिव  जोशी ने सपत्नीक एवं परम पूज्य  संत 1008  बलकदास  महाराज  के द्बारा किया गया।इस मौके पर संत समागम में विशेष रुप से मंहत बापुजी महाराज (गुजरात)महामंडलेश्वर नर्सिंगदास महाराज (मांडव)मंहत श्रीकृष्णदास  महाराज (धामनोद) कथावाचक  श्यामदास  महाराज (धामनोद) कथावाचक शंति दास साध्वी (खरगोन)मंहत श्री विजयदास जी महाराज (गुलाबड़)उपस्थित हुवे।पधारे सभी संतों और भक्तों का बहुमान जोशी परिवार(खजराना)के द्बारा किया गया।श्रीराम कथा के अंतिम दिन महाआरती के साथ महाप्रसादी का आयोजन किया जिसमें क्षेत्रीय रहवासी और इंदौर से अनेक भक्त तपोभूमि प्राचीन श्रीराम मंदिर पहुंचे और महा प्रसादी का लाभ लिया।