सरकार ने अबला नारी के साथ छेड़खानी करने वाले अफ़सर को किया सस्पेंड.....
सरकार ने जिस अबला नारी के साथ छेड़खानी करने वाले अफ़सर को सस्पेंड किया था उसी भ्रष्ट अधिकारी को सरकार दोबारा बहाल करके सरकार ने नारीशक्ति का अपमान तो किया ही है। वही सरकार यही नही रूकती उस अधिकारी की मलाईदार पदपर पोस्टिंग भी करती है।
हम बात कर रहे है खनिज विभाग के अफसर संजय लुनावत की । पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रतलाम में पदस्त खनिज विभाग के अफसर लुणावत को पिछले दिनों रतलाम की एक महिला के साथ छेड़खानी के आरोप लगने के बाद सस्पेंड कर दिया था । गौरतलब है कि मिली जानकारी के अनुसार संजय लुनावत की पोस्टिंग बड़वानी होते हुए भी वह रतलाम में इतनी हिम्मत करके लोगो से पैसा लूटना तो ठीक महिला की अस्मत पर शिकंजा कस रहा था ।छेड़खानी के मामले में एफआईआर में धारा 354 एवम धारा 354 क भी दर्ज हो गई थी जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार करके 2 दिन के लिए जेल भेजकर फिर न्यायालय में पेश भी किया था जहां से जमानत मिलने के बाद की अफसर अभी तक लूप लाइन में था।
विधानसभा चुनाव होते ही भारतीय जनता पार्टी की चौथी बार सरकार बनती है इस बार मुख्यमंत्री बदल जाते हैं। नए मुख्यमंत्री आने के बाद पुराने फैसले भी बदले जाते हैं। प्रदेश के नए मुख्य के रूप में मुख्यमंत्री मोहन यादव शपथ लेते हैं। फिर अपने मन पसंदीदा अफसरो की पोस्टिंग शुरू हो जाती है। यह भ्रष्ट अफसर संजय लूणावत अपनी सेटिंग जमा कर बहाल हो जाता है और अपने मन माफिक पोस्टिंग करवा लेता है। फिलहाल आदेश की कॉपी हमारे पास मौजूद है। इस भ्रष्ट अफसर की सारी करतूत आदेश में दर्ज है। बावजूद इसके सरकार इसे मलाईदार पोस्टिंग आखिर क्यों देती है। इसके पीछे सरकार की आखिर मंशा क्या है सरकार के पास खनिज विभाग में अन्य कोई काबिल अफसर नहीं है। जिस अफ़सर पर दर्जनों शिकायत दर्ज हो भ्रष्टाचार में अव्वल हो उसी को सरकार मलाईदार पोस्टिंग अगर देती हैं तो कहीं ना कहीं सरकार पर सवालिया निशान जरूर खड़ा होता है। बताया जाता है कि संजय लुनावत खनिज अधिकारी मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के काफी करीबी माने जाते हैं। इसी लिए इस भ्रष्ट अफसर को बहाल कर इंदौर के रीजनल ऑफिस में अटैच कर दिया गया है। वही अगर सूत्रों की माने तो इस अफसर को जल्दी ही इंदौर जिले का प्रभार भी मिलने वाला है। सूत्रों के अनुसार खनिज माफ़िया एकता ग्रुप पीथमपुर से इस भ्रष्ट अफसर की काफी नजदीकीया बताई जाती है। उसके पीछे कारण भी है क्योंकि संजय लुणावत ने लंबे समय तक धार जिले की कमान संभाल रखी थी और इसी जिले में इन खनन माफियाओं बोलबाला है। वही इसके गुर्गो द्वारा ठेकेदारों को फोन लगा लगा धमकी दी जा रही है कि टाइगर इज बैक बॉस को इंदौर जिले के उड़न दस्ते का प्रभार मिलने वाला है मुख्यमंत्री को मोटी रकम भेजना है ।बॉस को जैसे इस भ्रष्ट अफसर के आदेश आते हैं तत्काल रात 8:00 बजे इसे ग्वालियर से इंदौर का प्रभार के लिए रवाना कर दिया जाता है आखिर इस भ्रष्ट अफसर पर सरकार इतनी मेहरबान क्यों है? यह सवाल तो लाजमी है...