मध्य प्रदेश (मनोज कुमार) : MP के छतरपुर और दमोह जिलों में हाल ही में प्राकृतिक गैस का एक विशाल भंडार खोजा गया है, जो राज्य के ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) ने पिछले चार वर्षों से राज्य के विभिन्न जिलों में पेट्रोलियम और गैस की खोज कर रही थी, जिसके तहत यह महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इस खोज के बाद ONGC ने सरकार को उत्खनन के लिए प्रस्तावित योजना भेजी है, जिसे केंद्र सरकार की अनुमति मिलते ही खनन कार्य शुरू किया जाएगा।

मीथेन गैस से LPG और CNG उत्पादन की संभावनाएं

प्रदेश के आठ जिलों में छह ब्लॉक्स को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की खोज के लिए आवंटित किया गया था। दमोह और छतरपुर जिलों में गहन परीक्षण के बाद, मीथेन गैस के विशाल भंडार का पता चला है। इस मीथेन गैस का उपयोग LPG और CNG के उत्पादन में किया जा सकता है, जिससे प्रदेश में ईंधन की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है। यदि यहां गैस का उत्पादन सुचारु रूप से शुरू होता है, तो राज्य के नागरिकों को रसोई गैस और वाहन ईंधन में राहत मिल सकती है।

 


मध्य प्रदेश सरकार ने पेट्रोकेमिकल की खोज के लिए 10 ब्लॉक्स का लाइसेंस जारी किया था, लेकिन फिलहाल केवल 6 ब्लॉक्स में खोज चल रही है। छतरपुर और दमोह में प्राकृतिक गैस मिलने के बाद, अन्य जिलों में भी खोज शुरू होने की उम्मीद है। ये ब्लॉक्स छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, सतना, नरसिंहपुर, रायसेन और जबलपुर में स्थित हैं, जहां जल्द ही पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की खोज की जाएगी।
ONGC ने 2018 में विंध्य बेसिन क्षेत्र में गैस भंडार का अनुमान लगाया था। इसके बाद, विभिन्न स्थानों पर चार कुएं खोदकर गैस का परीक्षण किया गया, जिसमें सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं। यह गैस भंडार 3,000 मीटर से अधिक गहराई में स्थित है। इस खोज के बाद मध्य प्रदेश देश के प्रमुख गैस उत्पादक राज्यों में शामिल हो सकता है, जिससे राज्य के आर्थिक और ऊर्जा क्षेत्र में नई संभावनाएं खुलेंगी।