हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की पूर्ण बहुमत से जीत, कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में

दिल्ली (मनोज कुमार): हरियाणा विधानसभा चुनाव में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी को अप्रत्याशित जीत मिली। कांग्रेस ने शुरू में बढ़त बनाई, लेकिन दो घंटे बाद ही तस्वीर पूरी तरह से बदल गई, और भाजपा ने बढ़त हासिल कर ली। हालांकि दोनों पार्टियों को लगभग समान वोट प्रतिशत मिला, लेकिन सीटों में भाजपा कांग्रेस से 10 से अधिक के अंतर से आगे रही। कांग्रेस इस हार को पचा नहीं पाई और सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है।
यह चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव के बाद पहली सीधी लड़ाई थी, जिसमें भाजपा ने भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की और हरियाणा में लगातार तीसरी बार सत्ता में आई। भाजपा को 90 में से 48 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस 37 पर सिमट गई। इंडियन नेशनल लोकदल को दो सीटें मिलीं, जबकि तीन सीटें निर्दलीयों ने जीतीं।
हरियाणा में किसान आंदोलन, पहलवान और अग्निवीर के मुद्दों पर कांग्रेस ने भाजपा को घेरने की कोशिश की, लेकिन भाजपा की सधी हुई रणनीति ने उसे मात दी। 57 वर्षों में यह पहली बार हुआ है जब किसी पार्टी ने लगातार तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाई है।
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की जीत
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में परिसीमन और अनुच्छेद 370 हटने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। फारूक अब्दुल्ला ने घोषणा की कि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला अगले मुख्यमंत्री होंगे। भाजपा को जम्मू-कश्मीर में 29 सीटें मिलीं, जबकि पीडीपी को तीन सीटें मिलीं।
हरियाणा में उचाना कलां, असंध, डबवाली, दादरी और महेंद्रगढ़ सीटों पर भाजपा की जीत का अंतर आम आदमी पार्टी को मिले वोटों से कम था। यदि कांग्रेस और आप गठबंधन करते तो चुनाव परिणाम अलग हो सकते थे। उचाना कलां में भाजपा की जीत का अंतर केवल 32 वोट का था, जबकि आप को 2495 वोट मिले थे। डबवाली में भाजपा 610 वोट से जीती, जबकि आप को 6606 वोट मिले।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच ट्विटर पर भी प्रतिक्रिया देखने को मिली। कांग्रेस ने अपने एक्स अकाउंट पर जीत की ओर इशारा करते हुए "जलेबी दिवस" की बधाई दी थी, लेकिन जब भाजपा ने बढ़त बनाई, तो भाजपा हरियाणा ने इसका जवाब देते हुए लिखा, "मातूराम जी, आपकी जलेबी सुरक्षित है क्योंकि भाजपा तीसरी बार आ गई है।"
भाजपा नेता नरेंद्र सलूजा ने एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को जलेबी बनाते हुए दिखाया गया, और इसके जरिए कांग्रेस के भीतर भी मज़ाक उड़ने की बात कही गई। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अनुच्छेद 370 को वापस पाने की 'कोई संभावना' नहीं है, यह सरकार उतनी ही बीजेपी को वोट देने वालों की सरकार होगी जितनी एनसी और कांग्रेस को वोट देने वालों की।