नोएल टाटा बने टाटा ट्रस्ट्स के नए चेयरमैन, रतन टाटा के उत्तराधिकारी के रूप में हुई नियुक्ति

दिल्ली (मनोज कुमार): टाटा ट्रस्ट को नया चेयरमैन मिल गया है। सूत्रों के मुताबिक, रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को ट्रस्ट्स का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। बुधवार देर रात 86 वर्ष की आयु में रतन टाटा का निधन हो गया था, जिसके बाद आज हुई बैठक में नोएल टाटा को रतन टाटा के उत्तराधिकारी के रूप में चुना गया।
नोएल टाटा पहले से ही दोराबजी टाटा ट्रस्ट और रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं, जिनकी टाटा संस में 66% हिस्सेदारी है। इस नियुक्ति के साथ, नोएल दोराबजी टाटा ट्रस्ट के 11वें और रतन टाटा ट्रस्ट के छठे अध्यक्ष बन गए हैं। वह नवल एच. टाटा और सिमोन एन. टाटा के पुत्र और रतन टाटा के सौतेले भाई हैं।
नोएल टाटा की कार्यशैली रतन टाटा से अलग मानी जाती है। वह हमेशा सुर्खियों से दूर रहकर काम करने में विश्वास रखते हैं। टाटा समूह के साथ नोएल का 40 वर्षों से अधिक का अनुभव है और वह वर्तमान में समूह की कई कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं। वह टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन हैं, साथ ही टाटा स्टील और टाइटन कंपनी लिमिटेड के वाइस-चेयरमैन भी हैं।
नोएल टाटा की टाटा समूह के साथ यात्रा 1999 में शुरू हुई थी। उन्होंने ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2019 में नोएल सर रतन टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में शामिल हुए, और 2022 में टाटा स्टील के वाइस-चेयरमैन बने। इससे पहले, उन्होंने 11 वर्षों तक ट्रेंट के एमडी के रूप में काम किया, जहाँ उनके नेतृत्व में कंपनी 2.8 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गई। नोएल टाटा 2010 से 2021 तक टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के एमडी रहे, और इस दौरान कंपनी का टर्नओवर 50 करोड़ डॉलर से 3 अरब डॉलर तक पहुँच गया। उनके नेतृत्व में ट्रेंट ने वेस्टसाइड, स्टार बाजार और जूडियो जैसे ब्रांडों को प्रगति दिलाई।