मध्य प्रदेश की मोहन यादव की सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश एवं गाइडलाइन की सरेआम  उड़ा रही धज्जियां... कंकर मुंजारे पूर्व सांसद 


उज्जैन :मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के घर के करीब उनके गृह जिले उज्जैन शहर में मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन व प्रशासन ने मनमाना तानाशाही करते हुए लगभग 130 पक्के बने मकानों को बुलडोजर चलाकर तहस- नहश कर 


जमीदोज कर दिया उज्जैन शहर में मुख्यमंत्री मोहन यादव के घर के बिल्कुल करीब 18 एवं 19 अक्टूबर 2024 को शासन प्रशासन ने बगैर कोई सूचना व नोटिस दिए बगैर अचानक दोपहर के 2:00 बजे के बाद पहुंचकर 6 पोकलेन मशीन एवं 6 बुलडोजर मशीन चलाकर 50 सालों से बने मकानों को जो की रजिस्ट्री सुधा जमीनों पर निर्माण किए गए थे उन मकानों को शासन प्रशासन ने बगैर मोहलत और नोटिस दिए करीब 2500 पुलिस और मिलिट्री को साथ रखकर तोड़फोड़ की गई और जिन जिन महिलाओं एवं पुरुषों ने इस कार्रवाई का विरोध किया उन महिलाओं को पुलिस ने पिटाई की जिसमें फरीदा नाम की महिला के

पैर में चोट आई जो कि पहले से ही बीमार  एवं हार्ट पेशेंट थी जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया और जहां उसे जहर का इंजेक्शन देकर मारने की कोशिश की गई किसी तरह से फरीदा ने भाग कर अपनी जान बचाई इसी तरह और भी लोगों के साथ बर्बरता पूर्वक मारपीट की गई जिसमें शहजादबी  का हाथ टूट गया ऐसे ही कई महिला और पुरुषों पर लाठियां चलाई गई जिसमें कई लोग घायल भी हुए  पूर्व सांसद कंकर मुंजारे जी ने जब आजाद नगर कॉलोनी पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया और वहां के लोगों से चर्चा की गई तो बताया कि हमारे 50 साल से पक्के बने हुए मकान है जिनकी रजिस्ट्री एवं नगर निगम नक्शा पास है एवं कुछ लोगों को बैंक से लोन भी प्रदान किया गया है एवं बाकायदा हम लोग टैक्स भी नगर निगम को देते हैं उसे आजाद नगर कॉलोनी में पांच प्रधानमंत्री आवास योजना के भी बने हुए मकान थे उन मकानों को भी तोड़ दिया गया कार्रवाई कर रहे हमले को जब उन्होंने अपने रजिस्ट्री के पेपर नगर निगम के नक्शे और टैक्स की रसीद दिखाना चाहिए तो अधिकारियों ने कहा कि हमको ऊपर से आदेश है और लोगों की एक भी ना सुनी जिस प्रकार का अधिकारियों एवं कार्रवाई करने आए हमले का रवैया है तो साफ-साफ समझ में आता है कि मध्य प्रदेश में कानून एवं संविधान नाम की कोई चीज नहीं बची है आजाद नगर कॉलोनी में करीब 400 से 500 साल पहले के बने हुए कब्रिस्तान के गेट को तोड़ दिया गया वहां की बाउंड्री वॉल तोड़ दी गई एवं लावारिस लाशों को नहलाने का जो स्थान था उसे भी तोड़ दिया गया वहां पर मौजूद दो मजारों को भी तोड़ दिया गया जिसको लेकर के भी लोगों में काफी रोष है इस तरह आजाद नगर कॉलोनी में लगभग 50 से ज्यादा मकानों को जमीदोज कर दिया गया.. 

 सिंहस्थ की आड़ में लगभग वहां एक से दो किलोमीटर की दूरी पर मिर्जा बाग खेत में सफाई कर्मचारियों के बने हुए लगभग 70 से 80 मकान को तोड़ दिया गया यहां तक कि उनका सामान दवाइयां तक निकालने  का भी वक्त नहीं दिया गया और नाही उनका खाना खाने दिया गया चर्चा के दौरान पूर्व सांसद से एक व्यक्ति ने बताया कि उसके घर में 6 बकरियां मौजूद थी उन बकरियों को भी निकलने का भी मौका नहीं दिया गया जिससे वह वहां बकरियां दीवारों में दबकर मर गई इतना सब कुछ हो जाने के बावजूद भी अब तक ना ही कांग्रेस का कोई नेता या विधायक उनसे मिलने पहुंचा है ना ही सरकार का कोई मंत्री उनकी सुध ले रहा है नाही प्रशासन उनकी चिंता कर रहा है उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी कुछ लोगों द्वारा मिलकर की जा रही है और जिन लोगों के मकान टूट गए हैं जहां पर वह ठहरे हुए हैं उसे हेला जमात खाना की बिजली भी काट दी गई है चर्चा के दौरान पूर्व सांसद कान का मुजारे ने कहा कि उज्जैन में जिस तरह की कार्रवाई की गई है उसको देखकर लग रहा है कि मध्य प्रदेश में कानून और संविधान की सरेआम धज्जियां उड़ा दी गई है उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को फौरन अपना इस्तीफा दे देना चाहिए और तुरंत ही यहां पर राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए उन्होंने कहां की इस गंभीर मामले पर हाई कोर्ट इंदौर बेंच एवं सुप्रीम कोर्ट द्वारा सोमोटो संज्ञान लेकर पीड़ितों को न्याय प्रदान प्रदान करना चाहिए एवं दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करना चाहिए इस दौर में उनके साथ मुख्य रूप से सहज लाल पटेल सामाजिक कार्यकर्ता इमरान खान साधू सिंह राजपूत विनोद पांडव शाहिद अनवर मुख्य रूप से उपस्थित रहे...