इंदौर: जीआरवी बिस्किट्स इंदौर में NRI गौरव अहलावत के साथ हुई करोड़ो रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पचास दिन से जारी पुलिस जाँच अब तक पूरी नहीं हो पाई है. उनके द्वारा लगातार सबूत पेश करने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है अब गौरव अहलावत ने शेयर ट्रांसफर में इस्तेमाल किए गए दस्तावेजों को फर्जी बताया है किसेक सबूत मीडिया को दिए है .

जीआरवी बिस्किट्स में हुई धोखाधड़ी के मामले में NRI गौरव अहलावत ने बताया की वह पुलिस को सबूत दे देकर थक गए है लेंकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है ताज़ा मामले में उन्होंने बताया की उनकी कंपनी के शेयर फर्जी तरीके से। ट्रांसफर किए गए है जिसके सबूत उन्हीने हासिल कर लिए है उनके द्वारा बताया गया की पहले कंपनी के लोन एग्रीमेंट बनाये गए फिर यह जिन कंपनियों के नाम से बनाये गए वह  कंपनी शायना शोर ,जिल मिल , नवरात्र और होपवेल है  जीआरवी बिस्ककिट्स में मेरे साथ धोखाधड़ी करने वाले  संजय जेसवानी  के साले और अन्य उनके परिवार वाले इसी कंपनियों मे सभी डायरेक्टर एक ही है जिसमें संजय कलवानी और उनके परिवार वाले ही है. 

स्टेम पेपर की तारीखों में फेरबदल
हालांकि कोषालय से जारी होने वाले स्टेम की तारीख 20 जुलाई 2022 दर्शाई गई तो वही पहले ही स्टेम कागज आ चुके थे जिसमें 14 जून 2022 तारीख लिखी गई. सीधे तौर पर तारीखों में उलटफेर यहीं सवाल उठाता है कि जब कोषालय से बाद मे स्टेम निकला तो पहले यह कागज़ात कैसे जाहिर हुए.