शाह करेंगे तमिलनाडु का दौरा, बीजेपी और एआईएडीएमके करेंगे गठबंधन?
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और एआईएडीएमके के बीच फिर से गठबंधन की अटकलें तेज हो रही हैं। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस माह के आखिर में तमिलनाडु का दौरा करेंगे। शाह का यह दौरा आगामी बिहार चुनावों और पश्चिम बंगाल के 2026 में होने वाले चुनावों से पहले की रणनीति के तहत तय किया गया है। ऐसी संभावना है कि गृह मंत्री एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। मार्च में एआईएडीएमके नेता एदप्पादी के पलानीस्वामी ने दिल्ली में शाह से मुलाकात की थी, इसके बाद अटकलें लगाई जा रही है कि दोनों पुराने सहयोगी विधानसभा चुनावों से पहले फिर गठबंधन कर सकते हैं और द्रविड़ मुनेत्र कझगम (डीएमके) के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बना सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट में एक सूत्र ने बताया कि उनकी मुलाकात संघ विचारक एस गुरुमूर्ति और कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं से भी हुई, लेकिन क्या एआईएडीएमके नेताओं से बातचीत हो रही है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई। केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव राज्य के कुछ नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव डाला है कि वह एआईएडीएमके के साथ फिर से गठबंधन करें, जिससे पार्टी को राज्य में अपनी पकड़ बढ़ाने और एंटी-डीएमके भावना का लाभ उठाने का मौका मिलेगा।
एक पार्टी कार्यकर्ता ने कहा कि दोनों दलों के नेताओं के बीच गठबंधन की संभावना को लेकर कई बार बातचीत हो चुकी है। उम्मीद है कि राज्य में संगठनात्मक फेरबदल के बाद जल्द ही कोई घोषणा हो सकती है। नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर नजरें प्रदेश अध्यक्ष के पद से अन्नामलाई के इस्तीफे के बाद सबकी नजरें इस बात पर हैं कि पार्टी किसे उनका उत्तराधिकारी चुनेगी क्योंकि गठबंधन इस पर निर्भर करेगा कि प्रदेश के नेता आपस में कैसे तालमेल बैठाते हैं। अन्नामलाई और एआईएडीएमके के बीच विरोधाभासी रुख गठबंधन टूटने का एक प्रमुख कारण था। जल्द ही नए राज्य अध्यक्ष की घोषणा की जा सकती है।
गठबंधन की संभावनाएं बीजेपी और एआईएडीएमके के कई नेताओं का कहना है कि दोनों दलों का गठबंधन राज्य में डीएमके को सत्ता से बाहर करने में ज्यादा सफल हो सकता है। एआईएडीएमके ने 2023 में एनडीए से बाहर निकलने का एलान किया था, क्योंकि अन्नामलाई द्वारा की गई टिप्पणियों पर दोनों गठबंधन सहयोगियों के बीच मतभेद हो गए थे।
2021 के चुनावों में डीएमके ने 234 में से 133 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी, जबकि एआईएडीएमके की 136 से घटकर 66 सीटें रह गई थी। बीजेपी ने चार सीटें और पीएमके ने पांच सीटें जीती थीं। शाह का बिहार और पश्चिम बंगाल दौरा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आगामी यात्रा में बिहार का होने वाला है। प्रदेश के एक नेता ने बताया कि मार्च में अपनी पिछली यात्रा के दौरान शाह ने राज्य के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और पार्टी की स्थिति के बारे में जानकारी ली थी। दो दिवसीय यात्रा के दौरान मंत्री चुनावी रणनीति के लिए दिशा-निर्देश देंगे।
पश्चिम बंगाल का दौरा भी जल्द घोषित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं को सशक्त करना और आगामी चुनावी अभियान की रणनीति तय करना है। शाह का जम्मू और कश्मीर दौरा 6 अप्रैल से शुरु हो रहा है वह तीन दिन यहां रहेंगे, जहां वह सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा वह जम्मू में पार्टी के विधायकों से मुलाकात करेंगे और पार्टी के संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अमित शाह का यह दौरा बीजेपी की रणनीतिक तैयारियों का हिस्सा है, जो आने वाले चुनावों के लिए पार्टी की दिशा तय करेगा।