दिल्ली मेट्रो ने शुरू किया भारत का पहला तीन कोच वाला कॉरिडोर, 8 स्टेशन होंगे शामिल

दिल्ली मेट्रो भारत का पहला तीन कोच वाला कॉरिडोर शुरू करने जा रही है, जिसकी लाइन 8 किलोमीटर लंबी होगी और इसमें 8 स्टेशन होंगे, जो लाजपत नगर से साकेत G ब्लॉक तक होंगे. ये कॉरिडोर मेट्रो नेटवर्क में ग्रे लाइन (द्वारका-ढांसा बस स्टैंड) के बाद दूसरी सबसे छोटी मेट्रो लाइन है. ये कॉरिडोर देश के शहरी ट्रांसपोर्ट में एक बड़ी उपलब्धि साबित होगा.
इसके 8 स्टेशनों में पहला लाजपत नगर, दूसरा- एंड्रयूज गंज, तीसरा- जीके-1, चौथा- चिराग दिल्ली, पांचवा- पुष्पा भवन, छठा- साकेत कोर्ट, सातवां- पुष्प विहार और आठवां- साकेत G ब्लॉक स्टेशन होगा. इस लाइन के साथ, लाजपत नगर पिंक और वायलेट लाइनों के साथ एक ट्रिपल इंटरचेंज स्टेशन बन जाएगा, जबकि चिराग दिल्ली मजेंटा लाइन के साथ इंटरचेंज करेगा. साकेत G ब्लॉक में एक और इंटरचेंज कॉरिडोर को एयरपोर्ट से जोड़ेगा.
3 कोच वाला होगा नया कॉरिडोर
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) में कॉरपोरेट कम्युनिकेशन के प्रमुख कार्यकारी निदेशक (Chief Executive Director)अनुज दयाल ने बताया कि आमतौर पर मेट्रो में 4, 6 या 8 कोच होते हैं, लेकिन इससे उलट ये नया कॉरिडोर 3 कोच वाला होगा. इस सिस्टम को खास तौर पर कम दूरी की शहरी यात्रा को पूरा करने के लिए विकसित किया गया है. इससे यात्रा सस्ती और कुशल होगी.
रोजाना 60-80 हजार लोग यात्रा कर सकें
इसके अलावा जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या इन ट्रेनों में बढ़ेगी, वैसे ही इन ट्रेनों की संख्या को भी बढ़ा दिया जाएगा. ये कॉरिडोर दक्षिण दिल्ली से मध्य दिल्ली के बीच सफर करने वाले लोगों के लिए सबसे ज्यादा अहम साबित होगा. इसके बाद उन मेट्रो लाइन पर कम भीड़ होंगी, जो अभी हैं. इसके साथ ही यात्रा का समय भी कम होगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि दिल्ली मेट्रो की इस लाइन पर 2025 में रोजाना 60 से 80 हजार लोग यात्रा कर सकेंगे. वहीं साल 2041 तक इस लाइन से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या 1 लाख 20 हजार से ज्यादा होने की उम्मीद है.
डीएमआरसी के चौथे फेज के विस्तार के चलते 65 किलोमीटर लंबे तीन नए कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं, जो जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम, मजलिस पार्क से मौजपुर और एरोसिटी से तुगलकाबाद तक जाएंगे. मजलिस पार्क से मौजपुर (पिंक लाइन का विस्तार) तक 12.3 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर 2025 तक तैयार होने की उम्मीद है. एरोसिटी से तुगलकाबाद (गोल्डन लाइन) और जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम (मैजेंटा लाइन का विस्तार) 2026 तक तैयार होने हैं. हालांकि, पिछले साल फेज IV के लिए तीन नए कॉरिडोर को मंजूरी दी गई थी.