महाराष्ट्र ATS ने हनी ट्रैप मामले में ठाणे से किया बड़ा खुलासा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद ATS ने दर्जनों पाकिस्तानी जासूसों को पकड़ा है. इस कड़ी में शुक्रवार को महाराष्ट्र एटीएस ने ठाणे से ‘हनी ट्रैप’ में फंसे एक जूनियर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. यह आरोपी पाकिस्तानी ऑपरेटिव को भारत की गोपनीय जानकारी देता था. पुलिस आरोपी को 2 जून तक हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी.
इस मामले में एटीएस दो अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है, जिसमें एक पाकिस्तानी ऑपरेटिव और एक भारतीय नागरिक शामिल हैं. इसके अलावा 3 राज्यों में 4 जासूस पकड़े जा चुके हैं जो सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान में भारत की खुफिया जानकारी पहुंचाते थे.
आरोपी को जानिए
महाराष्ट्र एटीएस ने एक 27 वर्षीय जूनियर इंजीनियर रवींद्र वर्मा को गिरफ्तार किया है. आरोपी ठाणे में किराए के मकान में रहता था. वह मुम्बई की एक निजी कंपनी में कार्यरत था, जो रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए काम करती है. एटीएस के अनुसार, आरोपी को एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंट ने ‘हनी ट्रैप’ में फंसा लिया था और वह उस व्यक्ति के जरिए भारत की खुफिया जानकारी हासिल करता था.
व्हाट्सएप के जरिए पकड़ा गया जासूस
महाराष्ट्र एटीएस ने बताया कि उन्हें एक खास व्हाट्सएप नंबर के बारे में जानकारी मिली थी. उस नंबर का आईपी एड्रेस चेक करने पर पता चला कि वह नंबर पाकिस्तानी ऑपरेटिव द्वारा संचालित किया जा रहा था. एटीएस ने इस मामले पर कार्रवाई करते हुए आरोपी से पूछताछ की और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया. पाकिस्तानी ऑपरेटिव ने महिला की फर्जी पहचान बनाकर फेसबुक पर आरोपी को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. इसके बाद दोनों व्हाट्सएप पर बातचीत करने लगे और आरोपी ने संवेदनशील जानकारी साझा की. जांच में सामने आया है कि आरोपी को ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए पैसे भी मिले थे.
2 जून तक रहेगा पुलिस कस्टडी में
आरोपी को गिरफ्तार कर ठाणे की अदालत में पेश किया गया. जिसके बाद उसे 2 जून तक पुलिस कस्टडी में रखा गया है. आरोपी के खिलाफ 28 मई को ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट और BNS की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस अब उसके मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच कर रही है. एटीएस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उस पाकिस्तानी ऑपरेटिव ने किसी और को भी फंसाया है. इस मामले में एटीएस दो अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है, जिसमें एक पाकिस्तानी ऑपरेटिव और एक भारतीय नागरिक शामिल हैं.
इससे पहले भी महाराष्ट्र में पकड़े जा चुके हैं कई जासूस
ऑपरेशन सिंदूर से पहले भी महाराष्ट्र में कई पाकिस्तानी जासूस पकड़े जा चुके हैं. 9 मार्च को मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के ठेका कर्मचारी कल्पेश बालकर (31) को फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तानी ऑपरेटिव को जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. डीआरडीओ वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर (59) को 2023 में गिरफ्तार किया गया, जो पाकिस्तानी ऑपरेटिव से भारत की खुफिया जानकारी साझा करते थे. अक्टूबर 2020 में नासिक स्थित हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड में सहायक पर्यवेक्षक दीपक शिरसाठ (41) को पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट को जानकारी देने के आरोप में एटीएस ने गिरफ्तार किया.