हरियाणा के कुरुक्षेत्र की रहने वाली महिला नीतू तीन महीने से दर-दर की ठोकर खा रही है. अपने पति के अंतिम संस्कार के लिए स्पेनिश एंबेसी की बेरुखी से परेशान है. पीड़ित महिला ने पीएमओ व विदेश मंत्रालय को ट्वीट कर गुहार लगाई है कि उसके सिंदूर के अंतिम दर्शन करवाने की व्यवस्था करवाएं. नीतू अपने पति सरदूल सिंह के अंतिम संस्कार व अंतिम दर्शन के लिए स्पेश जाना चाहती है. लेकिन स्पेनिश एंबेसी की बेरुखी से वो दर-दर भटकने के लिए मजबूर है.

जानकारी के मुताबिक, धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की महिला नीतू तीन महीने से अपने पति सरदूल सिंह के अंतिम संस्कार व अंतिम दर्शन के लिए स्पेन जाना चाहती है मगर स्पेनिश एंबेसी की बेरुखी से परेशान होकर दर दर की ठोकरे खा रही है. पीड़ित महिला ने पीएमओ व विदेश मंत्रालय को ट्वीट कर मदद की गुहार लगाई है. पीड़िता ने कहा कि उसके सिंदूर के अंतिम दर्शन करवाने की व्यवस्था कराई जाए.

तीन महीने से दर-दर भटक रही
पीड़ित महिला नीतू ने बताया कि उसके पति सरदूल सिंह स्पेन में लंबे अरसे से रहते थे, वो वहां के पीआर थे. मार्च महीने में उन्हें ईमेल से सूचना मिली कि 25 फरवरी को उनके पति का निधन हो गया है. वह उनका अंतिम संस्कार करना चाहती है. स्पेन में तो उसे लेकर उसने मार्च महीने से भागदौड़ करनी शुरू की है लेकिन सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बावजूद वीजा नहीं दिया जा रहा है.

पीड़िता को नहीं मिल रहा स्पेन का वीजा
नीतू 90 यूरो प्रतिदिन अपने पति का शव फ्रीजर में रखने के लिए दे रही हैं. पांच जून तक नीतू को वहां पहुंचना है, समय बहुत कम बचा है. नीतू ने पीएमओ व विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है कि उसे जल्द वीजा दिलवाया जाए ताकि वह अपने पति के अंतिम संस्कार में वहां जा सके. उनसे कहा कि वो पिछले तीन महीने से दर-दर भटक रही है लेकिन वो अपने पति के अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार के लिए स्पेन नहीं जा पाई.