अहमदाबाद/सूरत: गुजरात के सूरत में सिरफिरे युवक की छेड़खानी से परेशान होकर 19 साल की युवती ने आत्महत्या कर ली। पाटीदार समुदाय से आने वाली लड़की कतारगाम के एक ट्यूशन सेंटर में बतौर सहायक अध्यापिका काम कर रही थी। पिता का आरोप है कि बेटी एक लफंगा युवक लगातार परेशान कर रहा था। पुलिस ने ट्यूशन टीचर के रूप में काम करने युवती के आत्महत्या करने पर पिता की शिकायत पर आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

रविवार को घर में दी जान

पुलिस के अनुसार नेनु वावडिया (19) कतारगाम के ट्यूशन सेंटर में सहायक शिक्षिका थी। युवती के पिता ने सिंघनपुर पुलिस स्टेशन में आरोपी नील (20) और उसके पिता विष्णु देसाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि यह घटना रविवार को नानी वेद इलाके में हुई। इस घटना के समय युवती के परिवार के सदस्य बाहर गए हुए थे। घर लौटने पर उसके पिता और भाई ने उसका शव देखा। किशोरी का अंतिम संस्कार सोमवार को किया गया और पाटीदार समुदाय के कई लोग उसकी शवयात्रा में शामिल हुए।
  
पिता का फूटा दर्द

पिता ने अपनी शिकायत में कहा है कि पिछले कुछ महीनों से नील उसका पीछा कर रहा था और उसे अपने साथ संबंध बनाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहा था। शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि नील उसे रोज़ाना फ़ोन करता था। वह धमकाता था। इतना ही नहीं ट्यूशन क्लास जाते समय उसे परेशान करता था। यवुती के पिता ने कहा कि उन्होंने कुछ हफ़्ते पहले विष्णु देसाई को भी अपने बेटे के व्यवहार के बारे में शिकायत करने के लिए फ़ोन किया था, लेकिन उन्हें धमकियां और गालियां मिलीं।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

सिंघनपुर थाने के इंस्पेक्टर यू बी गोहिल ने बताया कि पीड़िता को कॉलेज का छात्र नील पिछले पांच महीनों से परेशान कर रहा था। वह उस पर रिश्ता बनाए रखने का दबाव बना रहा था। हम उस ट्यूशन क्लास के मालिक से जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। जहां आरोपी कुछ साल पहले पढ़ता था। पाटीदार समाज की तरफ से इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को पत्र लियाा गया है। इसमें सीएम से घटना पर संज्ञान लेने की अपील की गई है। यह पत्र विजय आर मंगूकिया ने लिखा है।