मॉस्को। भारत के संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद विरोधी लड़ाई पर शुक्रवार को रूस के साथ व्यापक चर्चा की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में रूसी पक्ष को जानकारी दी। रूस ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोनों देश एक साथ हैं।

द्रमुक सांसद कनिमोरी के नेतृत्व में सांसदों का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराने के लिए पांच देशों की यात्रा के पहले चरण में इस समय रूस में है।

भारतीय और रूसी सांसदों ने किया विचारों का अदान-प्रदान
भारतीय सांसदों ने रूसी फेडरेशन एसेंबली (संसद) के सर्वदलीय प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में विचारों का विस्तृत आदान-प्रदान किया, जिसका नेतृत्व ड्यूमा (निचले सदन) के अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के अध्यक्ष लियोनिद स्लटस्की ने किया।

रूस और भारत आतंक के खिलाफ एकजुट खड़े
रूस स्थित भारतीय दूतावास ने एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के प्रथम उपाध्यक्ष आंद्रेई डेनिसोव और रूसी परिसंघ की फेडरेशन काउंसिल के अन्य सीनेटर से भी मुलाकात की। रूसी पक्ष ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि रूस सभी रूपों में आतंकवाद के उन्मूलन के लिए भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है।

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रूस और भारत की साझेदारी है। रूस और भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ हैं। स्टालिन द्वारा निर्मित स्मोलेंस्काया स्क्वायर इमारत में उप विदेश मंत्री आंद्रेई रुडेंको ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। इससे पहले प्रतिनिधिमंडल यूक्रेनी ड्रोन हमलों के बीच गुरुवार देर रात मॉस्को पहुंचा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल यूनान, लातविया और स्पेन का भी दौरा करेगा।