मुज़फ्फरनगर की घटना ने भारतीय गंगा-जमुनी सभ्यता को कमज़ोर किया: एसएसएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष....
इंदौर: हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में हुई घटना ने भारत की पवित्र गंगा-जमुनी तहज़ीब को तार-तार कर दिया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को देखने और उसमें टीचर की बातचीत सुनने के बाद अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि लोगों की मानसिकता कितनी गिर गई है | कोई भी इंसान यह स्वीकार नहीं कर सकता कि स्कूल जैसी पवित्र जगह पर एक टीचर एक छोटे से बच्चे को अलग कर के दूसरे बच्चों से सिर्फ इसलिये पिटवाए कि वह एक मुस्लिम है | बेशक इस तरह की भयावह घटना हमारे देश के खूबसूरत धर्मनिरपेक्ष चेहरे पर एक काला धब्बा है। ये विचार और चिंताएं सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मुहम्मद फारूक नईमी अल-बुखारी ने व्यक्त की | एस.एस.एफ. ने भारतीय लोगों के बीच बौद्धिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता पैदा करने और भारत के संविधान की रक्षा के लिए सभी को एकजुट करने के लिए एक संविधान यात्रा शुरू की है, जो 12 अगस्त को श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर से शुरू हुई। यात्रा 22 राज्यों से होते हुए 10 सितंबर को बेंगलुरु में समाप्त होगी।
यात्रा 25 अगस्त को इंदौर, मध्य प्रदेश पहुंची, जहां एस.एस.एफ. महासचिव डॉ. नौशाद आलम मिस्बाही और वित्त सचिव मौलाना ज़ुहैरुद्दीन नूरानी ने एक सभा को संबोधित करते हुए एस.एस.एफ. की शैक्षिक, सामाजिक और कल्याणकारी गतिविधियों का उल्लेख किया |
कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन मुफ्ती आज़म मालवा मुफ्ती मुहम्मद नूरुल हक साहब नूरी के भाषण से हुआ, जबकि तैबा कॉलेज के निदेशक मौलाना सिद्दीक़ नूरानी ने मेहमानों का उत्साहपूर्वक स्वागत किया और अंत में मौलाना ज़हूर मिस्बाही ने सभी का धन्यवाद किया |