बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार का जाना तय है. ये सिर्फ मैं ही नहीं कह रहा हूं. पिछले डेढ़ महीने से जो लोग जनसभाओं में जा रहे हैं और लोगों की बात सुन रहे हैं, लोगों की प्रतिक्रिया देख रहे हैं. ये उनका कहना है. पीके ने कहा कि जिन गांवों और छोटे शहरों में हम जा रहे हैं, वहां शायद ही कोई नेता पहुंचता है और जो भीड़ वहां आ रही है, वो सिर्फ प्रशांत किशोर को सुनने नहीं आ रही है. ये वो लोग हैं जो आरजेडी और नीतीश-बीजेपी की दो पार्टी व्यवस्था के कामकाज से खुश नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि इसके बावजूद लोग इनमें से किसी एक को वोट देते हैं क्योंकि उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था और एक धारणा बन गई थी कि बिहार में कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता. मगर जन सुराज के तीन साल के प्रयास ने लोगों में न सिर्फ विश्वास पैदा किया है, बल्कि उन्हें रास्ता भी दिखाया है कि जन सुराज एक विकल्प हो सकता है.

बिहार चुनाव के बाद JDU का अस्तित्व बचने वाला नहीं- PK

प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार ने देखा है. बिहार में पिछले एक महीने रेप की पांच घटनाएं हुई हैं. अगर नीतीश कुमार सक्रिय हैं तो क्या उन्होंने इन घटनाओं पर कोई टिप्पणी की? पीड़ित परिवारों से मिले? क्या अधिकारियों पर कार्रवाई की? ये कैसे संभव है कि उनकी कैबिनेट के मंत्री अशोक चौधरी 58 साल की उम्र में पटना यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हो जाएं. बिहार चुनाव के बाद JDU का अस्तित्व बचने वाला नहीं है.