हरियाणा के हांसी में पशुगणना से चौंकाने वाला खुलासा: भैंसें हो रहीं कम

हांसी: उपमंडल में दूध-दही के खानपान में कमी देखी जा रही है, जिसका सीधा कारण क्षेत्र में पशुओं की घटती संख्या है। हाल ही में हुई पशुगणना के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। वर्ष 2020 में जहां हांसी क्षेत्र में कुल 1,53,651 पशु थे, वहीं 2025 की गणना में यह संख्या घटकर 1,51,746 रह गई है। यानी 4 सालों में 1905 पशुओं की कमी दर्ज की गई है।
तेजी से घट रही है भैंसों की संख्या
सबसे ज्यादा गिरावट भैंसों की संख्या में देखने को मिली है। वर्ष 2020 में 1,15,328 भैंस थीं, जो अब घटकर 1,03,467 रह गई हैं। यानी कुल 11,861 भैंसें कम हुई हैं। इसके उलट गायों की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई है। 2020 में जहां 31,297 गायें थीं, अब यह संख्या बढ़कर 33,106 हो गई है।
पशुपालक अपना रहे हैं दूसरा व्यवसाय
पशु अस्पताल हांसी के एसडीओ जगबीर ढांडा ने बताया कि इस बार भैंसों की संख्या में भारी गिरावट आई है, जबकि गाय, बकरी, भेड़ और सुअरों की संख्या में वृद्धि हुई है।
उन्होंने बताया कि पहले जो लोग दूध बेचने का काम करते थे, उन्होंने अब दूसरे व्यवसायों की ओर रुख कर लिया है, जिससे पशुपालन में गिरावट आई है। लोग अब भैंस की जगह गाय पालना ज्यादा पसंद कर रहे हैं क्योंकि गाय का दूध सस्ता होता है और उसकी मांग भी ज्यादा है। यही कारण है कि भैंसों की संख्या में तेज गिरावट आई है।
स्थानीय लोगों का जीवन प्रभावित
पशुगणना में 11, 861 भैंस कम नई पशुगणना के अनुसार 1,809 गायें बढ़ी हैं, 11,861 भैंस कम हुई हैं, 2,936 बकरियां बढ़ी हैं, 4,304 भेड़ें बढ़ी हैं और वहीं 907 सुअरों की संख्या में वृद्धि हुई है। हांसी क्षेत्र के 88 गांवों में पशुओं की यह गणना की गई है।
यहां 25 बड़े व छोटे मिलाकर कुल 27 पशु अस्पताल हैं, जो पशुओं के इलाज और देखरेख के लिए कार्यरत हैं। पशुपालन में यह गिरावट न केवल स्थानीय लोगों के जीवन यापन को प्रभावित कर रही है, बल्कि क्षेत्र की पारंपरिक खानपान संस्कृति पर भी असर डाल रही है।
गणना के बाद अब पशुपालन क्षेत्र की मिली विस्तृत जानकारी पशुधन गणना से पशुपालकों और पशुपालन विभाग को पशुओं की संख्या, नस्ल, उत्पादकता, उम्र, स्वास्थ्य, और पशुपालन के रुझान की विस्तृत जानकारी मिल गई हैं।
इससे अब यह तय किया जा सकेगा कि क्षेत्र में कितनी मात्रा में दवाइयों, ब्रिडिंग सेवाओं, टीकाकरण और अन्य सुविधाओं की आवश्यकता होगी। इसके अलावा अब गणना के अनुसार नए पशु अस्पताल खोलने पर भी निर्णय लिया जाएगा।
वर्ष 2020 की पशुगणना गाय - 31,297, भैंस- 1,15,328, बकरी - 3,154, भेड़ - 2,890, सुअर - 982 । वर्ष 2025 की पशुगणना गाय - 33,106, भैंस - 1,03,467 बकरी - 6,090 भेड़ - 7,194सूअर - 1,889