मंदिरों के सरकारी करण पर सुब्रमण्यम स्वामी का प्रहार

इंदौर : मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में संस्था धर्मसंस्थापनाथार्य के आयोजन में शिरकत करने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवम् अधिवक्ता सुब्रमण्यम स्वामी पहुंचे उन्होंने आयोजन में शामिल होने के दौरान मीडिया से बात करते हुए भाजपा सरकारों को आड़े हाथों लिया उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री उत्तराखंड में मंदिरों का सरकारी करण करने का कह चुके हैं जिससे राहत उनके द्वारा सुप्रीम कोर्ट से दिलाई गई है इतना ही नहीं महाराष्ट्र मध्यप्रदेश हो या और कोई राज्य सभी दूर मंदिर सरकारों के कब्जे में हैं जबकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते कुछ हैं और करते कुछ है उन्होंने कहा हाई कोर्ट के स्टे के बाद भी मंदिरों की जमीन है उसे नीलाम किया जा रहा है अगर जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया जाएगा
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 6 साल चुनाव होना है ऐसे में मठ मंदिरों के पुजारियों के बीच सुब्रमण्यम स्वामी पहुंचे हैं और सरकार के खिलाफ उन्होंने बिगुल फूंक दिया है।एंकर-भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी हमेशा अपने बयानों को लेकर चर्चा रहते हैं वही आज एक दिवसीय दौरे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी इंदौर पहुंचे जहां रविंद्र नाट्य ग्रह ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में शिरकत की इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही भारतीय जनता पार्टी केंद्र व राज्य सरकार को लेकर जमकर आड़े हाथ लिया ।
आगामी 2023 मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में चुनाव होने पर जिस प्रकार से मध्य प्रदेश मंदिर का उल्लंघन होगा और हमारे साधु सन्यासियों की उपेक्षा होगी तो मैं समझता हूं कि बीजेपी के लिए काफी मुश्किल विधानसभा चुनाव होगा वही नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड आज अपने दो दिवसीय दौरे को लेकर मध्यप्रदेश में आए हैं उसको लेकर उन्होंने कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री मेरे मित्र हैं।
यह सवाल उससे पूछो,, वही 2024 लोकसभा चुनाव मैं कांग्रेस का एक गुट प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने की बात कर रहा है जिस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने कहां से यह कांग्रेस का निजी मसला है यदि वह प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री बनाते है तो उन्हें अधिकार है इससे ज्यादा क्या होगा मैं इसको इनकार कैसे कर सकता हूं यह तो उनका निजी मामला है उनकी मर्जी है लेकिन बाद चुनाव के उन्हें पता चलेगा और फिर कांग्रेस होश में आएगी।