मोहक हॉस्पिटल में 250 किलो वजनी व्यक्ति की सफल रोबोटिक सर्जरी
इंदौर। शहर एवं देश के जाने माने सर्जन डॉ मोहित भंडारी, डॉ महक भंडारी एवं उनकी 12 सदस्यों की टीम ने की एशिया का पहली रोबोटिक बैंडेड गैस्ट्रिक बाइपास, जिसमें श्योरफॉर्म एआई-आधारित स्टेपलर का उपयोग किया गया है। 250 किलो वजनी व्यक्ति को सीवियर डायबिटीज भी थी। डॉ भंडारी के अनुसार सर्जरी के महज 8 दिनों में ही मरीज 20 से 25 किलो वजन कम कर लेगा उन्होंने यह भी कहा की यह एक अत्याधुनिक तकनीक है जिससे सर्जिकल प्रक्रिया में अधिक सटीकता और सुरक्षा मिलती है एवं अत्यधिक मोटापे वाले रोगियों के लिए बेहतर परिणाम मिलते हैं।
सटीक एवं त्वरित उपचार के लिए निरंतर प्रयासरत रहता है मध्य भारत का आधुनिक व सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान 'मोहक हाईटेक स्पेशलिटी हॉस्पिटल'। इसका श्रेष्ठ उदारहण है, आधुनिकता के समय में बेहतर उपचार के लिए ज़रूरी रोबोट द्वारा सर्जरी उपलब्ध कराना। विगत 10 वर्षों में जहाँ लोगों ने आधुनिक प्रणाली पर विश्वास जताया, तो वहीं सरल एवं सटीक उपचार करते हुए रोबोटिक सर्जरी ने भी दिए हैं बेहतर रिज़ल्ट।
संस्था ने अब तक 2500 से अधिक सफल रोबोटिक सर्जरी कर चुके हैं। संस्था के डायरेक्टर डॉ महक भंडारी ने बताया आने वाले समय में रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से कैंसर, हर्निया, गर्भाशय, ट्रांसप्लांट सर्जरी करना और भी आसान हो जाएगा जिससे मरीजों को अनेक लाभ मिलेंगे जैसे सर्जरी में कम कॉम्प्लिकेशन, शरीर को कम आघात पहुंचना, कम दर्द रक्त स्त्राव और स्कार होना, इंफेक्शन की कम संभावना, हॉस्पिटल में न्यूनतम स्टे व फॉलोअप विज़िट्स।डॉ महक भंडारी ने यह भी बताया आने वाले समय में संस्था रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से कई जटिल सर्जरी को आसान करेगी।