वक्फ माफिया गिरफ्तार, नकली बोर्ड का पर्दाफाश
इंदौर : मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में शहर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने वक्फ संपत्तियों और उनकी सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच की आंच में एक ऐसी सच्चाई सामने आई है जो चौंकाने वाली है—वक्फ बोर्ड के समानांतर एक नकली बोर्ड का आफ़िस का खुलासा हुआ है और उसका संचालक गिरफ्तार हुआ है इस नकली बोर्ड के पास अपनी सरकार, अपने फरमान, अपनी सील, और अपनी मोहर थी। यह बोर्ड वक्फ संपत्तियों का दो से चार और चार से आठ करते हुए धड़ल्ले से गड़बड़ियां कर रहा था।एक 10 साल पुरानी शिकायत पर आखिरकार कार्रवाई हुई। और शिकायतकर्ता उस्मान की शिकायत पर 22 दिसंबर 2024 को वक़्फ़ बोर्ड के एक दल ने जाँच की और संयोगितागंज पुलिस ने आफिस से फर्जी दस्तावेज और नकली वक्फ बोर्ड चलाने वाले नासिर खान उर्फ़ नस्सू को इंदौर के छावनी क्षेत्र स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। छापेमारी में नकली वक्फ बोर्ड के जाली दस्तावेज और फर्जी मोहरें बरामद हुईं। फ़िलहाल आरोपी नस्सू का पुलिस रिमांड लिया गया है 10 साल की लंबी देरी ने वक्फ माफिया को अपनी जड़ें गहरी करने का समय दिया। इन 10 सालों में नकली वक्फ बोर्ड ने असली वक्फ बोर्ड को कितना नुकसान पहुंचाया होगा, इसका अंदाजा जाली दस्तावेजों और नकली रिकॉर्ड्स के विशाल संग्रह से लगाया जा सकता है। नये वक्फ बोर्ड की कमान डॉ सनावर पटेल के हाथ आते ही जहां एक तरफ वक्फ माफिया पर शिकंजा कसना शुरू हुआ है वही, पॉजिटिव वर्क की ओर बोर्ड निरंतर अग्रसर हो रहा है ! वक्फ संपत्तियां सिर्फ वक्फ बोर्ड की जिम्मेदारी नहीं हैं। हर अल्लाह के बंदे का फर्ज है कि इन संपत्तियों की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें। वक्फ संपत्तियों को अल्लाह के नाम पर समर्पित किया गया है, और इन पर किसी भी गड़बड़ी की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाई जानी चाहिए। यही जागरूकता और सतर्कता वक्फ संपत्तियों की हिफाजत सुनिश्चित कर सकती है।
डाक्टर मोहन यादव की सरकार में नहीं बचेंगे माफिया
वक़्फ़ बोर्ड के अध्यख संनवर पटेल नें कहा की यह सरकार भाजपा के सुशाशन की सरकार है डाक्टर मोहन यादव की सरकार में नहीं कोई भी माफिया हो वह नहीं बचेगा कानून से बड़कर कोई नहीं है कानून अपना काम करेगा कोई भी गलत कार्य करेगा वह नहीं बचेगा